अखिल भारतीय कृषि एवं ग्रामीण मजदूर महासंघ का द्विवार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन सादुलपुर में संपन्न

अखिल भारतीय कृषि एवं ग्रामीण मजदूर महासंघ का द्विवार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन सादुलपुर में संपन्न
सादुलपुर, 27 अप्रैल 2025:
भारतीय मजदूर संघ की औद्योगिक इकाई अखिल भारतीय कृषि एवं ग्रामीण मजदूर महासंघ का द्विदिवसीय त्रिवार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन सादुलपुर स्थित जाट कीर्ति संस्थान में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह आयोजन दिनांक 26 व 27 अप्रैल को आयोजित हुआ, जिसका शुभारंभ 27 अप्रैल को प्रातः 11:00 बजे भारतीय मजदूर संघ की परंपरा के अनुसार ध्वजारोहण, दीप प्रज्वलन तथा भगवान विश्वकर्मा, भारत माता एवं दत्तोपंत ठेंगड़ी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण व श्रमिक गीत के साथ हुआ।
कार्यक्रम का संचालन कुल सात सत्रों में किया गया जिसमें उद्घाटन सत्र, विषय प्रस्तुति, प्रस्ताव पारित, संवाद एवं समापन सत्र शामिल थे।
इस अधिवेशन में प्रमुख रूप से भारतीय मजदूर संघ के अखिल भारतीय संगठन मंत्री श्री वी. सुरेन्द्रन, असंगठित क्षेत्र प्रभारी श्री जयंतीलाल, कृषि एवं ग्रामीण मजदूर महासंघ के प्रभारी श्री वी. राधाकृष्णन, अध्यक्ष श्री के. एन. मोहनन, पश्चिम क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री सी. वी. राजेश, राजस्थान प्रदेश महामंत्री श्री हरिमोहन शर्मा, डिस्काम महामंत्री श्री सतीश राठौर, संभाग प्रभारी श्री संजय कुमार, व जिला मंत्री सादुलपुर सहित कई गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
महत्वपूर्ण प्रस्ताव व मांगें:
इस राष्ट्रीय अधिवेशन में कृषि मजदूरों की दशा सुधारने हेतु कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए, जिनमें प्रमुख हैं:
कृषि मजदूरों के लिए पृथक कल्याण बोर्ड का गठन
एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन) में कृषि मजदूरों की सहभागिता सुनिश्चित करना
मनरेगा को कृषि कार्यों से जोड़ना व कार्य दिवसों को 100 से बढ़ाकर 200 करना
प्रत्येक वयस्क परिवार सदस्य को कार्य उपलब्ध कराना
प्राकृतिक आपदा में किसानों के साथ-साथ कृषि मजदूरों को भी आर्थिक सहायता प्रदान करना
शासकीय योजनाओं का जमीनी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना।
इन प्रस्तावों को केंद्र सरकार को भेजकर उनके शीघ्र समाधान की मांग की जाएगी। साथ ही एक राष्ट्रीय मांग पत्र भी तैयार किया गया है, जिसे आगामी माह जिला कलेक्टर के माध्यम से केंद्र सरकार को सौंपा जाएगा।
श्री वी. सुरेन्द्रन ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि मजदूरों की संख्या भारत में सबसे अधिक होने के बावजूद वे अभी भी सामाजिक सुरक्षा से वंचित हैं। योजनाएं तो बनाई जाती हैं, किंतु उनका प्रभावी क्रियान्वयन न होने से मजदूर लाभ से वंचित रह जाते हैं।
नवगठित कार्यकारिणी का निर्वाचन:
अधिवेशन के अंतिम सत्र में तीन वर्षों के लिए नई कार्यकारिणी का निर्वाचन किया गया, जिसमें निम्न पदाधिकारी निर्वाचित हुए:
अध्यक्ष: श्री के. एन. मोहनन (केरल)
उपाध्यक्षगण: श्री लक्ष्मीनारायण नागर (मध्य प्रदेश), श्री सरस्वती पांडेय (उत्तर प्रदेश), श्री विशन सिंह स्वामी (राजस्थान)
महामंत्री: श्री बृजेश सिंह (मध्य प्रदेश)
मंत्रीगण: श्री राम कुमार सिंह, गुड़िया रानी (बिहार), प्रवीण कुमार झा (झारखंड), अमित त्रिपाठी (उत्तर प्रदेश)
कोषाध्यक्ष: श्री भगवान सिंह कुशवाहा (उत्तर प्रदेश)
कार्यसमिति सदस्य: श्री रणछोड़ सिंह, श्री सुरेन्द्र सिंह सेगर, श्री स्नेहलता सिंह राजावत, श्री हीराराम, श्री सोनलाल मेघवाल, श्री विश्वरंजन शा सहित कुल 11 सदस्य मनोनीत किए गए।
अधिवेशन के सफल आयोजन के लिए डिस्काम महामंत्री श्री सतीश सिंह राठौर एवं उनकी पूरी टीम का विशेष आभार व्यक्त करते हुए महासंघ के अध्यक्ष श्री के. एन. मोहनन ने कार्यक्रम के विधिवत समापन की घोषणा की।
इस राष्ट्रीय अधिवेशन में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, केरल, ओडिशा, राजस्थान समेत कुल 14 राज्यों से लगभग 200 प्रतिनिधियों ने सहभागिता की।

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