तीन जिलों को जोड़ने वाला नसीराबाद मखदूमपुर रोड बदहाल।

तीन जिलों को जोड़ने वाला नसीराबाद मखदूमपुर रोड बदहाल।
कामता नाथ सिंह 
नसीराबाद, रायबरेली। अमेठी संसदीय क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्र सलोन में समाहित छतोह ब्लॉक इतना दुर्भाग्यशाली है कि इसके विकास के सारे दावे हवा हवाई साबित होते हैं।स्व. राजीव गांधी के कार्यकाल में अत्यंत पिछड़े गांवों मखदूमपुर, पूरे राई,संडहा, परैया नमकसार, लहेंगा और अशरफपुर के इर्द-गिर्द वाले पचासों गांवों को जोड़ने के लिए नसीराबाद से मखदूमपुर 14.5 किलोमीटर सड़क का निर्माण ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग द्वारा करवाया गया था। इसके अंतिम छोर पर प्रतापगढ़ और अमेठी जिलों की सीमाएं मिलती हैं। इस प्रकार यह सड़क रायबरेली, अमेठी और प्रताप गढ़ तीन जिलों को जोड़ती है। कांग्रेस सरकार जाने के बाद इसकी मरम्मत तक पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। यहां के सांसद और विधायक वोट लेने के बाद भूल जाते हैं कि इस महत्वपूर्ण सड़क से कितने पिछड़े गांव जुड़े हुए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि इसी रास्ते से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाने वाले मरीजों के अलावा चार इंटरमीडिएट कॉलेज, एक डिग्री कॉलेज,एक फार्मेसी कॉलेज, लगभग 5 जूनियर हाई स्कूल और एक दर्जन से भी अधिक प्राइमरी स्कूल के छात्र आते जाते हैं। इसी वर्ष फरवरी महीने में क्षेत्रीय विधायक अशोक कुमार कोरी ने दावा किया था कि इस सड़क की मरम्मत के लिए उनके प्रयास से 4 करोड रुपए मंजूर किए जा चुके हैं और यही दावा क्षेत्रीय सांसद किशोरी लाल शर्मा भी किया था। फरवरी महीने में कहीं-कहीं सड़कों के किनारे की पटरी भराई का काम भी किया गया लेकिन उसके बाद पटरी भराई का काम भी बंद कर दिया गया। यहां तक कि बरसात का मौसम आ गया है लेकिन इस सड़क की दुर्दशा  ज्यों की त्यों बनी हुई है। इस पर कब काम शुरू होगा, यह बताने वाला भी कोई नहीं है।
ताजा जानकारी के लिए अधिशासी अभियंता आर.ई.एस.से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो संयोग वश उनके फोन बन्द रहे।

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