भगवान ने कंस नहीं उसके अहंकार को मारा- धर्मेश हरि महाराज।

भगवान ने कंस नहीं उसके अहंकार को मारा- धर्मेश हरि महाराज।
नसीराबाद,रायबरेली। श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन बाबा परमान तिवारी धाम में कथा व्यास धर्मेश हरि महाराज ने भगवान श्री कृष्ण द्वारा बछड़े के रूप में गाय की मनोकामना पूरी करने, बंदरों को अपने हाथों से मक्खन खिलाने, गोपियों के साथ रास रचाने, संदीपनी गुरु के आश्रम में सुदामा जी के साथ शिक्षा ग्रहण करने,मथुरा प्रस्थान करने और कंस वध के प्रसंगों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि भगवान ने कंस नहीं उसके अहंकार को मारा।
रुक्मिणी विवाह पर संगीत टोली द्वारा प्रस्तुत पारंपरिक विवाह गीतों पर श्रद्धालुओं के नाचने गाने का दृश्य बड़ा आनंद दायक रहा।
कथा प्रवाचक ने काल यवन के वध और द्वारिका नगरी की स्थापना पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भगवान सभी भक्तों और सज्जन प्राणियों की मनोकामना पूरी करते हैं।
पूर्व प्रधान श्याम बहादुर सिंह बबलू,एडवोकेट राजीव द्विवेदी, मनोज द्विवेदी,चैतन्य सिंह भदौरिया, अंबिका प्रसाद द्विवेदी, चन्द्र मौलि सिंह, नाथू राम वैश्य, राधे श्याम यादव आदि के साथ मुख्य यजमान श्रीमती रजाऊ हौसला प्रसाद यादव ध्रुवराज यादव राजेश यादव श्रीमती सरोज,निर्मला यादव,मंजू यादव,लक्ष्मी यादव ने कथामृत पान किया।

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