साड़ी बनाने वाली कंपनी में काम करने जा रहे छह किशोर मुक्त कराए गए

पीडीडीयू नगर। पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर दो ट्रेनों से साड़ी कंपनी और पोल्ट्री फार्म में काम करने जा रहे छह किशोरों को ट्रेन से उतारा गया। इस दौरान किशोरों को काम कराने ले जा रहे दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए लोगों को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के हवाले कर दिया गया। पकड़े गए किशोरों को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया।

आरपीएफ पीडीडीयू पोस्ट के निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत ने बताया कि आरपीएफ के एसआई सुनील कुमार, एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन की परियोजना अधिकारी चंदा गुप्ता टीम के साथ मंगलवार को स्टेशन पर जांच अभियान चला रहे थे। इसी बीच प्लेटफाॅर्म संख्या तीन पर पहुंची अप गरबा एक्सप्रेस के जनरल कोच में तीन किशोर डरे सहमे दिखे। उनसे पूछताछ करने पर पता चला कि उन्हें मजदूरी कराने के लिए झारखंड के जामताड़ा जिले के अमलादही गांव निवासी शिबुधन मुर्मू अहमदाबाद ले जा रहा है। तीनों किशोरों की उम्र 12, 15 और 15 साल थी। शिबुधन मुर्मू ने बताया कि बच्चों के घर वालों को कुछ पैसे देकर धागा काटकर साड़ी बनाने वाली कंपनी में काम करवाने के लिए लेकर जा रहा था। उधर, कुछ देर बाद अप सीमांचल एक्सप्रेस प्लेटफाॅर्म नंबर 6 पर आई। इस ट्रेन के सामान्य कोच में तीन किशोर डरे सहमे दिखे। आशंका होने पर उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ में पता चला कि उनको मजदूरी के लिए आमिर हमजा निवासी दौलतपुर, थाना जोकीहाट, जिला अररिया मजदूरी करवाने के लिए अपने खर्च पर हरियाणा ले रहा है। उन्होंने बताया कि आरपीएफ की टीम ने आरोपी आमिर हमजा को पकड़ लिया। मामला बालश्रम से जुड़ा होने पर आरोपी आमिर हमजा और शिबुधन मुर्मू को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के हवाले कर दिया गया। पकड़े गए किशोरों को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया।

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