कांग्रेस चेयरमैन का निर्देश हवा हवाई
नसीराबाद,रायबरेली।
अमेठी संसदीय क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्र सलोन में कांग्रेस के सभी आनुषंगिक संगठन एक लंबे अरसे से पूरी तरह निष्क्रिय हैं जिसका असर आगामी विधानसभा निर्वाचन में पड़ना तय है। छतोह ब्लॉक में कांग्रेस सेवादल, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन, किसान कांग्रेस,महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस आदि संगठन लंबे अरसे से निष्क्रिय हैं और उनका सांगठनिक ढांचा भी अगर कोई होगा तो वह भी मात्र कागजी ही होगा। यहां कांग्रेस के अल्प संख्यक और अनुसूचित जाति विभाग का कागजी ढांचा है, लेकिन न तो उनकी बैठकें होती हैं और न जनता की समस्याओं से उनका कोई लेना देना है। ब्लॉक कांग्रेस के डीह और छतोह अध्यक्ष ने बताया कि पिछड़ा वर्ग विभाग तो यहां वजूद में ही नहीं है।
यही कारण है कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग विभाग के चेयरमैन मनोज यादव द्वारा जारी निर्देश पत्र हवा हवाई साबित हो रहा है। प्रांतीय कार्यालय द्वारा 21जून 2025 को निर्गत इस पत्र के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हजारों सरकारी स्कूलों को बन्द करके अन्य विद्यालयों में विलय करने से संबंधित प्रक्रिया आरम्भ की गई है।बेरोजगारी बढ़ाने और निम्न आय वर्ग के बच्चों को शिक्षा के अधिकार से वंचित करने वाली ऐसी साजिश के विरोध में 22 जून से 30 जून 20 25 तक जनपद स्तर पर "सरकारी स्कूल बचाओ पदयात्रा" और गांव स्तर पर "सरकारी स्कूल बचाओ चौपाल" का आयोजन किया जाना था। किंतु सलोन विधानसभा क्षेत्र के किसी ब्लॉक में जब धरातल पर संगठन ही नहीं है तो इसका पालन कौन करे।
22 और 23 जून को तो कहीं भी चौपाल का आयोजन नहीं हुआ। बड़े-बड़े पद धारण करने वाले लोग जिला स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों में चेहरा दिखा कर अपने दायित्व की इतिश्री कर लेते हैं और यही कारण है कि संगठन दिन प्रतिदिन कमजोर होता जा रहा है। आनुषंगिक संगठनों के प्रांतीय नेतृत्व को जिला कांग्रेस अमेठी के कर्मठ अध्यक्ष प्रदीप सिंघल की राय से इनका पुनर्गठन करना चाहिए। इन्हीं कमियों की वजह से कांग्रेस का गढ़ रह चुका अमेठी संसदीय क्षेत्र कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भी सबक सिखा चुका है और आज भी अमेठी के पांच में से एक भी विधायक कांग्रेस का नहीं है।अगर सभी आनुषंगिक संगठनों को जमीनी तौर पर मजबूत नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
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